Friday, May 17th, 2024

बीयू ईसी ने कुलपति से लेकर कर्मचारियों तक सभी को दिया गणतंत्र दिवस का तोहफा

कुलपति और रजिस्ट्रार के वित्त पांवर में बढ़ोतरी

भोपाल
बरकतलउल्ला विश्वविद्यालय में रजिस्ट्रार डॉ. बी भारती की पहली कार्यपरिषद की बैठक काफी उल्लेखनीय तौर पद दर्ज होगी। इसी बैठक में कर्मचारियों को स्थायीकर्मी पर होने का एरियर देने की मंजूरी बन गई है। वहीं बैठक में कुलपति और रजिस्ट्रार के वित्त अधिकारों में काफी बढ़ोतरी की गई है। बीयू की ईसी ने कुलपति,रजिस्ट्रार से लेकर कर्मचारियों को गणतंत्र दिवस का बेहतर तोहफा दिया है।
बीयू में 2016 में करीब 200 कर्मचारियों का स्थायीकर्मी बनाया गया था। वे अपने एरियर के काफी परेशान हो रहे थे। पूर्व कुलपति और रजिस्ट्रार फाइल को एक दूसरे के कैबिन में भेजकर हाथ खड़े कर दिया करते थे। शनिवार को हुई ईसी में कर्मचारियों को एरियर देने पर सहमति बन गई है। इससे बीयू पर दो करोड़ 21 लाख रुपए का भुगतान करना होगा। वहीं कुलपति और रजिस्ट्रार के पास ज्यादा वित्त अधिकार नहीं थे। इसके कारण फाइलें ईसी होने तक रुकी रहती थी। अब ऐसा नहीं होगा। क्योंकि ईसी ने कुलपति के वित्त पावर को पांच लाख से बढ़ाकर दस लाख कर दिया है। वहीं रजिस्ट्रार के पावर दस हजार से बढ़ाकर पचास हजार तक कर दिए हैं। रजिस्ट्रार भारती का कहना है कि इससे बीयू के विकास में तेजी आएगी। वहीं नौ कर्मचारियों की ग्रच्युट्री देने के लिए 17 लाख 66 हजार 427 रुपए मंजूर कर दिए हैं। वहीं बीयूआईटी के सेमिनार हाल के लिए 11 लाख बीस हजार रुपए मंजूर किए हैं। वहीं कोर्स वर्क में प्रोफेसर से लेकर चपरासी के मानदेय को दोगुना कर दिया गया है। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित कराने के लिए ईसी ने करीब ढाई लाख रूपए स्वीकृत किए हैं। आगामी समारोह में वित्त विभाग की स्वीकृति मिलने के बाद ईसी में आएगा।

प्रोफेसरों की रिपोर्ट पर एक रिपोर्ट आएगी
पूर्व जज अभय कुमार गोहिल की रिपोर्ट पूर्व जज अनिल कुमार पारे की रिपोर्ट को ईसी के पटल पर रखा गया। इसमें दोनों जांच अधिकारियों की रिपोर्ट का तुलनात्म अध्ययन कर अंतिम रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इसके बाद बीयू अपनी कार्रवाई करेगी। इससे प्रोफेसरों के पक्ष में साकारात्म रिजल्ट आ सकते हैं।

बीयू पर बनेगी डायक्यूमेंट्री
बीयू पर एक डायरक्यूमेंट्री फिल्म तैयार होगी। ये फिल्म बीयू माध्यम के माध्यम से तैयार की जाएगी। इसके लिए माध्यम टेंडर जारी करेगा। टेंडर मिलने के बाद एजेंसी बीयू पर डाक्यूमेंट्री तैयार करने पर कार्य करेगी।

ईसी ने दिखाई सख्ती
कुछ दिनों पूर्व रजिस्ट्रार भारती ने डिप्टी रजिस्ट्रार से लेकर कर्मचारियों को फाइलों को पांच दिनों में निपटाने के लिए आदेश दिए थे। इसकी प्रशन्नसा ईसी सदस्यों ने की है। ईसी ने निर्देशित किया है कि कोई भी रजिस्ट्रार द्वारा दिए गए पांच दिन के समय में अपनी कार्रवाई करने में चूकता है, तो ऐसे अधिकारी और कर्मचारी पर सख्ती एक्शन लिया जाए।

वर्जन
पूर्व जज अभय कुमार गोहिल और पूर्व जज अनिल कुमार पारे की रिपोर्ट पर ईसी में चर्चा हुई है। दोनों की रिपोर्ट के तुलनात्मक अध्ययन के बाद बीयू आगामी कार्रवाई करेगा।
डॉ. बी भारती
रजिस्ट्रार, बीयू

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